बिन मांगे बैंक से 10 करोड़ का लोन स्वीकृत--इंदौर से वसूली के लिए पहुँचा फ़ोन तो हिले हाथ पैर
एंकर- डिंडोरी जिला मुख्यालय के एक व्यापारी तरुण कुमार जैन के होश तब फाख्ता हो गए। जब बैंक के माध्यम से उन्हें जानकारी लगी कि उनके नाम पर इंदौर ब्रांच से 10 करोड का लोन है। व्यापारी का कहना है कि उसने किसी प्रकार से किसी भी बैंक से ₹10करोड़ का लोन नहीं दिया है। ना ही किसी बैंक ने यह स्वीकृत किया है।,दरअसल प्रार्थी व्यापारी ने भारतीय स्टेट बैंक शाखा खनूजा कॉलोनी रोड डिण्डौरी से ऋण लेने हेतु संपर्क किया था और अपने दस्तावेज बैंक में प्रस्तुत किये थे। किन्तु बैंक शाखा द्वारा मेरी सिविल रिपोर्ट जॉच में रकम 10,00,00,000/- रूपये (दस करोड़ रु) का ऋण का देनदारी बतलाया गया, जबकि तरुण जैन ने कोई भी उक्त बैंक से ऋण नही लिया, उक्त ऋण भुगतान हेतु फोन नंबर 7554345310 से बार बार फोन किया जा रहा है। तरुण का कहना है कि सिविल रिपोर्ट में मेरे पहचान पत्र मतदाता परिचय, स्थायी लेखा संख्या एव वाहन चालन अनुज्ञप्ति आधार कार्ड आदि दस्तावेज पर किसी अज्ञात व्यक्ति को ऋण दिया गया है। किसका मेरा किसी प्रकार से कोई लेना देना नहीं है ना ही मुझे उसकी जानकारी है।लेकिन उक्त ऋण की अदायगी हेतु मुझे परेशान किया जा रहा है मैं इससे अत्याधिक मानसिक रूप से प्रताडित हो रहा हूँ। विगत 06 माह से किसी अज्ञात व्यक्ति का ऋण मेरे सिविल रिपोर्ट में दिख रहा है जबकि मेरे द्वारा उक्त ऋण नही ली गई है। तरुण ने पार्षद रीतेश जैन के साथ पुलिस अधीक्षक संजय सिंह को शिकायत देते हुए मांग की कि मेरे दस्तावेजों के आधार पर गलत तरीके से प्रदान की गई 10,00,00,000/- रूपये ऋण राशि की जाँच करते हुये दोषी व्यक्ति के ऊपर सख्त कार्यवाही की जावें। पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने व्यापारी तरुण को आश्वस्त किया है कि यदि उन्होंने लोन नही लिया है तो इस सम्बंध में पुलिस द्वारा हर संभव मदद की जाएगी, इंदौर सहित अन्य ब्रांच से संपर्क कर समस्या से निजात दिलाने का प्रयास किया जाएगा साथ ही यदि किसी तरह का फ्रॉड सिद्ध होता है तो संबंधितों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जावेगी,वही संजय सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता के नाम पर लगभग 10 लोन लिए गए है।जिसकी जांच की जाएंगी।