भारत कोरोना संकट-- 40 से ज्यादा देश भारत की मदद को आगे आए--मिस्र से चार लाख रेमडेसिविर शीशियां खरीदने का प्रयास-- विश्व के कई देशों से पहुंच रही है भारत में राहत सामग्री
न्यूज़रूम समाचार--- दिल्ली-- इंडिया में कोरोना महामारी की विभीषिका को देखते हुए दुनिया के 40 देश ने भारत को सहयोग करने की बात कही है और उनके देश से विभिन्न प्रकार के मेडिकल उपकरण और दवाइयां भारत में पहुंचने का सिलसिला जारी है। आज इस कठिन समय में भारत को ऐसे सहयोग की उम्मीद पूरे विश्व जगत से है और इसमें भारत कामयाब भी होता दिख रहा है।
भारत में कोरोना महामारी से निपटने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, 4,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 10,000 ऑक्सीजन सिलेंडर आ रहे हैं। अब तक 40 देशों ने मदद की पेशकश की है। रूस से दो विमान पहुंच चुके हैं। जबकि अमेरिका से तीन विमान और आ रहे हैं। इसके पहले अमेरिका ने भी कच्चे माल जो कि वैक्सीन में जिसका उपयोग होता है। और अन्य दवाइयां भी पहुंचाई है।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि भारत, मिस्र से रेमडेसिविर की 4 लाख इंजेक्शन खरीदने की दिशा में काम कर रहा है। संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश और उज्बेकिस्तान में भी रेमडेसिविर के स्टाक मौजूद हैं। और इनसे संपर्क कर रहे हैं। विशेष प्रेस वार्ता में विदेश सचिव ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए अमेरिका, रूस, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूएई्, खाड़ी देशों, पड़ोसी देशों सहित 40 देशों ने सहयोग की पेशकश की है।
श्रृंगला ने कहा कि सरकार मुख्य रूप से ऑक्सीजन उत्पादक संयंत्र, कंसंट्रेटर ऑक्सीजन सिलिंडर, क्रायोजेनिक टैंकर सहित तरल ऑक्सीजन हासिल करने पर ध्यान दे रही है। चिकित्सा आपूर्ति सीधी खरीद एवं अन्य माध्यमों से की जा रही है। विदेश सचिव ने कहा कि अमेरिका से तीन विशेष विमानों के अमेरिका से बड़ी मात्रा में चिकित्सीय आपूर्तियां आने वाली है जिसमें से दो विमान शुक्रवार को पहुंचेंगे ।
रूस से दो विमानों में आई सामग्री
रूस से भी गुरुवार को भारत को 20 टन चिकित्सा सामग्रियां आई जिनमें आक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, दवाएं शामिल हैं। इसके अलावा दुनिया के कई देशों ने महामारी की स्थिति से निपटने में सहयोग के लिए चिकित्सा आपूर्ति की घोषणा की है ।
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