शासकीय कार्यालयों में हो रहा तेल पर खेल नहीं है किसी की नजर
पीपुल्स समाचार नैनपुर शासकीय विभागों पर डीजल के नाम पर निकाला जा रहा बिल य ह देखा गया है कि विभाग में जुड़े हुए वाहनों पर प्रतिदिन लगने वाला डीजल की मात्रा से अधिक काबिल लगाया जाता है और मनमानी राशि प्रशासनिक व्यय के रूप में निकाली जाती है कुछ विभागों में तो यह भी स्थिति है कि जो वाहन सालों से खराब की स्थिति में पड़े हुए हैं उनके नाम से भी बिल काट कर राशि निकाल ली गई है और उसके बाद भी मन नहीं भरता तो स्टेशनरी के नाम पर बिल लगा राशि आहरित की जाती है आहरित की हुई राशि लोगों की नजरों से परे होती है जिसका फायदा मनचाहे तरीके से शासकीय कर्मचारियों द्वारा उठाया जा रहा है इस व्यय का आकलन निकाला जाना भी कठिन होता है यह खेल ज्यादातर उस कार्यालय में होता है जिसमें इससे जुड़े हुए तथ्य अधिक होते हैं