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*अंजनिया राजस्व विभाग कर रहा एकपक्षीय कार्यवाही* 

मण्डला--जिले के बिछिया विकासखण्ड अंतर्गत अंजनिया में शुक्रवार को उपतहसील के नायब तहसीलदार पुष्पेंद्र पंद्रे तथा राजस्व निरीक्षक तेजलाल धुर्वे उनकी टीम द्वारा अतिक्रमण एवं अवैध निर्माण के संबंध में मध्यप्रदेश शासन के अभियान के तहत सूर्यांश ठाकुर के अवैध निर्माण कार्य पर जेसीबी मशीन चलाकर बहुत बड़ी वाहवाही की गई,परंतु आम जनता के गुस्से को झेलना उनके लिए कठिन हो गया है।अंजनिया की आम जनता ने आरोप लगाया है कि केवल सूर्यांश ठाकुर ने ही अवैध निर्माण नहीं किया था बल्कि ठीक बाजू में रज्जाक उर्फ कल्लू भाईजान की निर्माणाधीन पक्की दुकान भी सूर्यांश ठाकुर के मकान से लगी भूमि पर हो रहा है जिस पर रविवार की सुबह स्लैप (लेंटर) किया गया है।कुछ समय पूर्व इसी स्थान पर सड़क के दूसरी तरफ जमील खान के द्वारा अतिक्रमण करने का प्रयास किया जा रहा था जबकि वो भी एक शासकीय कर्मचारी हैं तब तत्कालीन राजस्व अमले द्वारा कार्यवाही की गई थी, परंतु बेदखली की कार्यवाही के कुछ समय बाद अधिकारियों के स्थानांतरण होते ही संबंधित व्यक्ति ने प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए तहसील कार्यालय के सामने बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर दो मंजिला मकान तैयार कर लिया और विभाग ने किसी भी प्रकार की रोक नहीं लगाई बल्कि चर्चा में तो यह भी आया कि संबंधितों ने अतिक्रामक को मौन स्वीकृति दे दी और आंख में पट्टी बांधकर अवैध कब्जा होने दिया। मामला तब सामने आया जब रज्जाक उर्फ कल्लू भाईजान द्वारा किए जा रहे अवैध पक्की दुकान के निर्माण कार्य को रोकने में मोहगांव प्रोजेक्ट की वन विभाग अमला मौके पर पहुंची।तब जाकर बात सामने आई कि उक्त भूमि राजस्व कि नहीं अपितु वन विभाग के मोहगांव प्रोजेक्ट के अंतर्गत आता है। आनन-फानन में मोहगांव प्रोजेक्ट के कर्मचारियों और गांव के नागरिकों ने स्थानीय पत्रकारों को बुलवाया और उक्त घटना की जानकारी दी।अंजनिया राजस्व और मोहगांव प्रोजेक्ट की जमीनों में बहुत ही विवाद बनते जा रहे हैं जो अनसुलझे हुए हैं।ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि किसी एक व्यक्ति की सांठ-गांठ से यह सभी खेल खेला जा रहा है जिसमें राजस्व अमले ने भी विशेष रूचि लिया है।A

*राजस्व विभाग ने दबाव में किया एकपक्षीय कार्यवाही*

जिले में राजस्व विभाग सुर्खियों में बना हुआ है जिसको लेकर जिला कलेक्टर भी परेशान हैं और अनेकों दफा राजस्व अधिकारियों को समझाइश दी जा चुकी गई है,कभी सीएम हेल्पलाइन के शिकायतों को कम करने की तो कभी सीमांकन एवं राजस्व विभाग के कार्यों के एवज में उनके नुमाइंदों द्वारा अवैध बसूली को लेकर जिसका सत्यापन यह है कि राजस्व अमला आये दिन लोकायुक्त के हत्थे चढ़ रही हैं। और एक बार फिर राजस्व विभाग की एकपक्षीय कार्यवाही को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया है कि उपतहसील कार्यालय के  सामने एवं ठीक बाजू में अन्य दो शासकीय कर्मचारियों ने विगत दो वर्ष पूर्व शासन के विरुद्ध पक्के नव निर्माण किए हैं,जिसकी शिकायत पहले भी हुई हैं और निर्माण कार्य रुकवाया भी गया था,जिसमें तत्कालीन चौकी प्रभारी द्वारा निर्माण सामग्री जप्त भी की गई थी,परंतु राजस्व विभाग की सांठ-गांठ के चलते दो मंजिला पक्के भवन बन चुके हैं,जिन पर दुकानें चलाई जा रही हैं।फिर भी राजस्व अमला इतना शांत क्यों बैठा है?आरोप तो यह भी लगाया गया है कि राजस्व अमलों द्वारा लेन-देन के चलते कुछ व्यक्ति विशेष को छूट दी गई है जिससे शासकीय भूमि पर कब्जा कर निर्माण कार्य किया जा चुका है।आज राजस्व विभाग की यह खामोशी एक बड़ा सवाल उठाता है। B

*मोहगांव प्रोजेक्ट हुआ राजस्व विभाग की नाकामियों का शिकार*

बिछिया विकासखण्ड के अंजनिया में मोहगांव प्रोजेक्ट की भूमि पर रज्जाक उर्फ कल्लू भाईजान के द्वारा अवैध पक्के निर्माण का यह खामियाजा जो मोहगांव प्रोजेक्ट द्वारा चुकाया जा रहा है वह राजस्व विभाग की लापरवाही का हर्जाना है,जिसे राजस्व विभाग के जिम्मेदारों द्वारा नजर अंदाज कर यह निर्माण कार्य समय पर नहीं रुकवाया गया।मामले को लेकर अंजनिया के पत्रकार साथियों द्वारा अंजनिया उपथाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत को आवेदन दिया गया,और मांग की गई है कि जब तक राजस्व विभाग और मोहगांव प्रोजेक्ट की भूमि की उचित जानकारी प्राप्त नहीं हो जाती तब तक नवनिर्माण कार्य पर रोक लगाई जावे।

इनका कहना है--------

01-बीटगार्ड अनुसार संबंधित भूमि फारेस्ट में है,परन्तु पटवारी का कहना है राजस्व में है।अतः मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी।

नंदकिशोर वर्या

वन परिक्षेत्र अधिकारी

मोहगांव प्रोजेक्ट मण्डला

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