जबलपुर पुलिस के हत्थे चढ़े फर्जी पत्रकारों की गैंग- फर्जी पत्रकारों के गिरोह में बालाघाट का भी पत्रकार- मंडला में भी दौड़ा दौड़ा कर पीटा था इन पत्रकारों को
न्यूज़रूम--जबलपुर पुलिस के हत्थे चढ़े फर्जी पत्रकारों की गैंग के कारनामें एक-एक कर सामने आ रही हैं। मदनमहल पुलिस ने गैंग के फरार चल रहे पांच और आरोपियों अंकित श्रीवास्तव उर्फ, बादल पटेल, कोमल पटेल, बबला थोराट व प्रेम सिंह लोधी को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का फरार गुर्गा अधारताल निवासी देवेंद्र यादव की तलाश चल रही है। उधर, ग्वारीघाट में दर्ज प्रकरण में पुलिस ने पीड़ित के बयानों के आधार पर लूट और आईटी एक्ट की धारा भी बढ़ा दी है।पुलिस की गिरफ्त में आए फर्जी पत्रकारों की वसूली गैंग के कारनामें सुनकर उनके शिकार लोग एक-एक कर सामने आ रहे हैं। मदनमहल पुलिस अब तक कुल नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। चार आरोपी पंकज उर्फ अरुण गुप्ता, विवेक मिश्रा, जेपी सिंह, संतोष जैन को पुलिस ने 29 जुलाई की रात ही गिरफ्तार कर लिया था। पांच आरोपियों को 30 जुलाई की देर रात दबोचा गया। पूछताछ में और गुर्गों के नाम सामने आ रहे हैं।
30 जुलाई की देर रात दबोचे गए बादल व अंकित।
ग्वारीघाट के प्रकरण में बढ़ाई गई लूट व आईटी एक्ट की धारा
ग्वारीघाट पुलिस ने मूलत: नरसिंहपुर निवासी आशु उर्फ आशीष (23) से चार जुलाई को इसी तरह भीमनगर ग्वारीघाट स्थित उसके किराए के कमरे में दबिश दी थी। आशु के साथ उसकी महिला दोस्त कमरे में थी। खुद को क्राइम ब्रांच पुलिस बताकर आरोपियों ने उसके दो एटीएम कार्ड से 24000 रुपए, पास रखे 1500 रुपए और फोन-पे में जमा 11000 रुपए छोटी लाइन स्थित एक दुकानदार के खाते में ट्रांसफर कराकर नकद ले लिए थे। आरोपियों की दशहत से एक महीने बाद वह 30 जुलाई को थाने पहुंचा था। इस मामले में पुलिस ने घर में घुसकर मारपीट, धमकी, वसूली का प्रकरण दर्ज किया थ। अब इस मामले में लूट और आईटी एक्ट की धारा भी बढ़ा दी गई है।पुलिस, हिंदू संगठन और पत्रकारों की फर्जी गैंग:फिल्मी अंदाज में घर पर एक साथ बोलते थे धावा, आपत्तिजनक वीडियो बनाकर करते थे पैसों की डिमांड; 4 गिरफ्तार.
बालाघाट का रहने वाला है अंकित श्रीवास्तव
मदनमहल पुलिस की गिरफ्त में आया अंकित श्रीवास्तव उर्फ अन्ना बालाघाट का रहने वाला है। इसके खिलाफ पूर्व में विजय नगर थाने में शिकायत दर्ज हुई थी। तब इस पर आरोप लगे थे कि यह पत्रकार बनकर लोगों को प्लॉट बेचने के नाम पर 25-25 हजार रुपए ले लिए थे। पुलिस ने इस मामले की जांच की, लेकिन बाद में इन फर्जी पत्रकारों के दबाव में फाइल क्लोज कर दी गई थी। अब फिर से ये फाइल खुल सकती है। इस गैंग ने मंडला, डिंडोरी, नरसिंहपुर और बालाघाट में भी वसूली की है। मंडला के बीजाडांडी में 3 लाख रुपए वसूली पर ग्रामीणों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था।
बकरी चोरी में भी गैंग का आया था नाम
एक साल पहले तिलवारा पुलिस ने फर्जी गिरोह की सूचना पर एक ट्रक बकरी पकड़ी थी। पांच बकरा फर्जी गिरोह उड़ा ले गए थे। ये मामला भी काफी तूल पकड़ा था। पर बाद में टीआई ने मामले को रफा-दफा कर दिया था। इसके अलावा इस गिरोह ने बरगी में डीजल-पेट्रोल बेचने वाले एक दुकानदार को धमका कर पैसे मांग रहे थे। तब तत्कालीन टीआई सारिका पांडे ने गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।वसूली गैंग की एक और कहानी:क्राइम ब्रांच के कर्मी बनकर ग्वारीघाट में ड्राइवर से 36 हजार रुपए वसूले थे, दहशत में एक महीने नरसिंहपुर गांव में रहने लगा था ड्राइवर
पूछताछ में फर्जी पत्रकारों के ये कारनामें आए सामने–
प्रॉपर्टी पर कब्जा कराना।
जुआरियों, कबाड़ियों और सटोरियों से हफ्ता वसूलना।
युवतियों को भेजकर बड़े अधिकारियों, व्यापारियों को फंसा कर ब्लैकमेल करना।
क्राइम ब्रांच के पुलिस अधिकारी बनकर रेड करके पैसे वसूलना।
मिठाई की दुकानों में रेड डालकर खिलाफ में खबर चलाने का धौंस देकर वसूली करना।
रेत के हाईवा व डम्पर संचालकों से महीना वसूलना।
ग्रामीण क्षेत्रों के सरपंचों से गांव में कराए गए कामों की पोल खोलकर वसूली करना।
ग्रामीण क्षेत्रों में झोल छाप डॉक्टरों के यहां पहुंच कर उनकी खबर चलाने की धौंस देकर वसूली करना।
29 जुलाई को ये आरोपी हुए थे गिरफ्तार।
ये है पूरा मामला
29 जुलाई को शास्त्रीनगर तिलवारा निवासी 28 वर्षीय महिला ने मदनमहल थाने में फर्जी पत्रकारों के गैंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। बीमार बेटे के इलाज के लिए 25 जुलाई को महिला शुक्ला नगर अंजनी विहार मदनमहल सहेली के घर पैसे लेने गई थी। उसी दौरान फर्जी पत्रकार, खुद ही हिंदू संगठन और क्राइम ब्रांच के पुलिस कर्मी बनकर रेड डाला। महिला के जबरन कपड़े उतरवा कर जींस पहनते हुए उसकी आपत्तिजनक वीडियो बनाए और देह व्यापार का आरोप लगाते हुए वायरल करने की धमकी देकर एक लाख मांगने लगे। पैसे नहीं मिले तो सोशल ग्रुपों में वायरल कर दिया था।
जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा।
–फर्जी पत्रकारों का गैंग बनाकर लोगों काे ब्लैकमेल करने वाले आरोपियों के खिलाफ मदनमहल और ग्वारीघाट में दो एफआईआर दर्ज हुई है। अब तक नौ आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। कुछ की तलाश जारी है। चार आरोपियों को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया था। गिरफ्त में आए अन्य पांच आरोपियों काे भी रिमांड पर लिया जाएगा। गिरोह के शिकार हुए लोग गोपनीय तरीके से भी अपनी बात रख सकते हैं।