कानपुर में हरबंश मोहाल थाना क्षेत्र में लखनऊ फाटक के पास रेलवे लाइन के किनारे बसी अवैध बस्ती में रविवार रात ट्रांसफार्मर की चिंगारी से आग लग गई। आग की लपटों ने एक के बाद एक करके पांच झोपड़ियाें को अपने चपेट में लिया। जिससे वहां दुकानों का सामान और घर की गृहस्थी जलकर राख हो गई। दमकल जवानों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
सुतरखाना चौकी और लखनऊ फाटक के पास रेलवे लाइन किनारे करीब 50 टट्टर की झोपड़ियां हैं। रविवार की रात यहां लगे ट्रांसफार्मर में शार्ट सर्किंट होने से चिंगारी राजेंद्र सिंह राठौर की झोपड़ी पर गिरी। राजेंद्र यहीं रहने के साथ ही आटो-मोबाइल की दुकान चलाते हैं। देखते ही देखते आग की लपटों ने उनके पड़ोस में राकेश गुप्ता, शंकर लाल, बबलू गुप्ता और अनीता की झोपड़ियों को जद में ले लिया।
यह लोग यहां रहकर बांस की कुर्सियां, चटाई और चिक आदि बनाने का काम करते हैं। झोपड़ियों में आग लगने से भगदड़ मच गई। हरबंशमोहाल पुलिस घटनास्थल पहुंची। कंट्रोल रूम की सूचना पर लाटूश रोड फायर स्टेशन से चार गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने के प्रयास शुरू किए। इसके बाद एक गाड़ी लेकर मीरपुर फायर स्टेशन के अग्निशमन अधिकारी केके सिंह भी पहुंचे। दमकल जवानों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।