MP 12वीं बोर्ड में कोई फेल नहीं होगा,10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के अंकों से बनेगा रिजल्ट--1 जुलाई से नहीं खुलेंगे स्कूल, जब तक स्कूलों में पूर्ण वैक्सीनेशन नहीं, स्कूल परिसर खुलेंगे नहीं
भोपाल---मध्यप्रदेश में 12वीं के रिजल्ट का फॉर्मूला तय हो गया है। बोर्ड की 12वीं परीक्षा का परिणाम 10वीं क्लास के पांच विषयों में आने वाले सबसे ज्यादा अंकों के आधार पर बनेगा। इसके अनुसार किसी को भी फेल नहीं किया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि 10वीं के टॉप 5 विषयों में मिले अंकों की तर्ज पर 12वीं की मार्कशीट बना दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर यदि किसी छात्र को 10वीं में हिंदी विषय में 100 में से 70 अंक मिले हैं, तो 12वीं में भी हिंदी में 70 अंक ही दिए जाएंगे। इसी तरह, मैपिंग किए गए सभी विषयों को अंक प्रदान किए जाएंगे।इस फॉर्मूले को मंत्री समूह से मुख्यमंत्री के पास भेजा गया। वहां से तय होने के बाद यह वापस मंत्री समूह के पास आया। इसके बाद मंडल ने जारी कर दिया।
वही जुलाई से स्कूल खुलने के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एक जुलाई से स्कूल नहीं खुलेंगे। ऑनलाइन और टीवी के माध्यम से ही पढ़ाई की व्यवस्था जारी रहेगी। स्कूल खोलने के महत्वपूर्ण निर्णय के संबंध में केंद्र सहित अन्य राज्यों और विशेषज्ञों से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में शासकीय और निजी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों में कोविड -19 के दौरान भविष्य की रणनीति के संबंध में गठित मंत्री समूह की अनुशंसाओं पर मंत्रालय में चर्चा कर रहे थे।
बैठक में जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार और आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि समस्त शैक्षणिक गतिविधियों में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी विद्यार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण और शैक्षणिक परिसरों में कोविड अनुकूल व्यवहार के अनुसरण की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए। जिनका वैक्सीनेशन नहीं होगा, उन्हें परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाए।