जबलपुर में नकली चाय पत्ती बेचने वाला व्यापारी पकड़ाया--प्रकाश चांदवानी शाश्वत ट्रेडर्स के यहां मारा छापा--तलघर में नकली चायपत्ती बड़ी मात्रा में बरामद
जबलपुर-- मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में नकली ब्रांडेड उत्पादकों का गढ़ बन गया है.इन दिनों जबलपुर में कभी नकली यूरिया-तो कभी नकली गद्दे तो कभी नकली शेम्पू और बीड़ी बन रही है. अब एक नामी कंपनी की नकली चायपत्ती बचने और बनाने का मामला सामने आया है. कोतवाली पुलिस ने नकली चायपत्ती बनाने वाले को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के पास से करीब 500, 250 ग्राम पैकिंग वाली 30 पेटियां जब्त की गई है.नकली चाय की कीमत 3 लाख रुपए बताई जा रही है।लंबे समय से जबलपुर में एक्सपायरी डेट का समान और नकली चाय पत्ती बेचने का एक मामला सामने आया है मुकदम गंज गलगला में सारस्वत ट्रेडर्स के मालिक गद्दार जाधवानी जो लंबे समय से दिल्ली से नकली चाय पत्ती लाकर जबलपुर संभाग और उसके आजू बाजू लंबे समय से कानून को धोखा देकर व्यापार कर रहा था घटना के संबंध में बताया जा रहा है की एक्सपायरी सामान पर नई तारीख डालकर उनका कारोबार करते पकड़ा जा चुका प्रकाश चांदवानी नकली ब्रुक बांड कंपनी की नकली रेड लेबल चाय बेच रहा था। अनिल मल्होत्रा निवासी जी-34 वजीरपुर जेजे कालोनी नई दिल्ली द्वारा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा से की गई शिकायत के बाद इसका पता चला।
गोपाल होटल द्वारका नगर घमापुर निवासी चांदवानी शास्वत ट्रेडर्स गलगला मुकादमगंज एवं द्वारका नगर स्थित गोदाम तथा घर से रेडलेबल चायपत्ती की पैकिंग की हू-ब-हू नकल कर उसी नाम से नकली चायपत्ती बेच रहा था। जबलपुर, परासिया छिंदवाड़ा समेत अन्य शहरों में उसने नेटवर्क फैला लिया था। पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित टीम ने चांदवानी के गलगला स्थित शास्वत ट्रेडर्स पर दबिश दी। रेड लेबल नाम से 500 ग्राम 250 ग्राम पैकिंग वाली 30 पेटियां मिलीं। गोपाल होटल स्थित उसके घर एवं घर के पास स्थित गोदाम में दबिश दी गई। वहां भी नकली चायपत्ती की 19 पेटियां मिली थीं। पुलिस ने चांदवानी को गिरफ्तार कर लिया था।
नकली व एक्सपायरी सामग्री के कारोबार का नेटवर्क ध्वस्त करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक ने दिए हैं। गिरफ्त में आए चांदवानी को लेकर पुलिस टीम दिल्ली पहुंची है। नकली चायपत्ती के सप्लायरों की तलाश की जा रही है।शहर में जगह-जगह किराए के गोदाम: चांदवानी ने शहर में कई जगह किराए पर भवन लिए हैं। जहां एक्सपायरी व नकली सामान ठिकाने लगाया जाता रहा। पुलिस ने कई गोदामों का पता लगाया है। गोदामों में लाखों रुपये की सामग्री के भंडारण का पता चला है। बताया जा रहा है कि नकली व एक्सपायरी सामान की खरीद-फरोख्त में लिप्त चांदवानी पर पुलिस नजर नहीं रख पाई। जिसके चलते वह इस अवैध धंधे की जड़ें गहरी करता रहा। कुछ माह पहले उसे एक्सपायरी सामग्री पर नई तारीख अंकित करने के मामले में जेल भेजा गया था। जेल से छूटते ही वह नकली चायपत्ती के कारोबार में जुट गया। कोतवाली पुलिस की भूमिका को संदिग्ध बताया जा रहा है।