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प.म.रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक ने रेलवे बोर्ड को लिखा पत्र--दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के हाथ से निकल सकता है गढ़ा व ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन

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(अन्य न्यूज़ व लेखक अखिलेश ठाकुर से साभार)

रेलवे बोर्ड का पत्र मिलने के बाद नागपुर मंडल में मची खलबल

समाचार नैनपुर--दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के गढ़ा व ग्वारीघाट स्टेशन पश्चिम मध्य रेलवे के पाले में जा सकता है। पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर मंडल ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर इसकी मांग की है। इसकी जानकारी के बाद से नागपुर मंडल में खलबली मच गई है। यदि उक्त स्टेशन पश्चिम मध्य रेलवे का जाता हैं तो नागपुर मंडल को राजस्व के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक (प्रिसिपल चीफ आपरेशंस मैनेजर) पश्चिम मध्य रेलवे राजेश पाठक ने रेलवे बोर्ड नईदिल्ली को पत्र लिखकर उक्त दोनों स्टेशन को जबलपुर मंडल को स्थानांतरित किए जाने की मांग की है।

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उन्होंने पत्र में भौगोलिक, प्रशासनिक व परिचालन कारणों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि नागपुर से ग्वारीघाट की दूरी 351 किमी हैं। नागपुर से सीधी कनेक्टिविटी बहुत खराब है। जबलपुर से इसकी दूरी 7- 8 किमी है। इसकी कनेक्टिविटी बहुत शानदार है। दोनों स्टेशनों पर पश्चिम मध्य रेलवे का चालक दल कार्य करता है। ऐसे में इसे स्थानांतरित किया जाता है तो प्रबंधन और बेहतर होगा है। इसकी निगरानी के साथ उपयोग भी शानदार ढंग से होगा। गढ़ा रेलवे स्टेशन को बेहतर गुड्श शेड बनाया जा सकता है। इससे यातायात में वृद्धि होगी। उनके पत्र के बाद रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक दक्षता एवं अनुसंधान सुनील प्रभात ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर जवाब मांगा है।

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महाप्रबंधक बिलासपुर कार्यालय से वरिष्ठ मंडल अभियंता (सम.) दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इस पर उन्होंने नागपुर मंडल के सीनियर डीओएम, सीनियर डीएसटीई, सीनियर डीईईओपी, सीनियर डीएमई, सीनियर डीसीएम, सीनियर डीपीओ, सीनियर डीएफएम और सीनियर डीएससी नागपुर को इससे अवगत कराया है। सभी से उक्त मामले में पक्ष रखने के लिए कहा है। इस पत्र के बाद से ही संबंधित अधिकारियों में खलबली मची है। नागपुर मंडल के उक्त अधिकारी रेलवे स्टेशन के स्थानांतरण को लेकर अपना-अपना पक्ष तैयार कर रहे हैं। उनके पक्ष का अवलोकन करने के बाद रेलवे बोर्ड आगे की कार्रवाई करेगा। उधर इस मामले में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर के 60 करोड़ रुपए वार्षिक राजस्व दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल को गढ़ा रेलवे स्टेशन से वार्षिक करीब 60 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है। यहां से मालगाड़ी का परिचालन सबसे अधिक होता है इससे नागपुर मंडल को मुनाफा होता है। यहीं एक मात्र कारण स्थानांतरण में रोड़ा बन सकता है। अन्यथा के इसके स्थानांतरण की प्रबल संभावना है। कछपुरा के शहर में आने से पड़ी गढ़ा की जरूरत पश्चिम मध्य रेलवे ने कछपुरा स्टेशन को गुडश शेड का हब बनाया था।

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लेकिन अब यह जबलपुर शहर में आ गया है. जिससे नो इंट्री के समय भारी वाहनों का प्रवेश नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से जबलपुर मंडल को गढ़ा स्टेशन की आवश्यकता पड़ी है। गढ़ा रेलवे स्टेशन उसके अधीन आता है तो उसे गुड्श शेड का हब बनाया जाएगा। इससे यातायात में वृद्धि होने के साथ ही रेलवे का मुनाफा भी बढ़ेगा। सीनियर डीसीएम रविश कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी कोई अधिकारिक जानकारी नहीं है। उच्चाधिकारियों का पत्र मिलेगा तो जवाब दिया जाएगा।

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